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पीपल का महत्व

पीपल का महत्व  पेड़ पौधों की दुनिया सीरीज़ में आपका स्वागत है। भारत में पूजे जाने वाले वृक्षों में से एक बहुत ही महत्वपूर्ण वृक्ष है पीपल। ये ऐसा वृक्ष है जिसका उल्लेख हमारे साहित्यिक ग्रंथों और पौराणिक कथाओं में कई बार हुआ है और  इसके साथ ही प्रेतकथाओं में भी इसकी चर्चा होती है। इसे बोधिवृक्ष,अश्वत्थ  एवं गुह्यपुष्पक के नाम से भी जाना जाता है। फ़िकस रेलीगीऑस इसका वैज्ञानिक नाम है । यह न केवल दिन में बल्कि रात में भी आक्सिजन ही देता है, इसी वजह से यह अन्य वृक्षों से भिन्न है ।  यह भारतीय उप महाद्वीप के अलावा चीनी प्रदेश का वृक्ष है । इसकी उपस्थिति 30 डिग्री उत्तर से 5 डिग्री दक्षिणी अक्षांशों के बीच और धरातल से लगभग 10 मीटर से 1500 मीटर की ऊंचाई तक देखी जा सकती है । ये उष्ण कटिबंधीय वर्षा वन, मॉनसून वर्षा वन, सवाना और शीतोष्ण प्रदेशों में पाया जाता है जहां की मासिक वर्षा 6 से 10 सेंटीमीटर तक होती है और साल के दो या तीन शुष्क महीने भी होते हैं जब वर्षा नहीं होती। ये भारत, बांग्लादेश , पाकिस्तान, नेपाल, चीन, इंडोनेशिया और श्रीलंका आदि देशों में पाया जाता है। इसके अलावा इसे अन्य  महाद्वीपों

बांग्लादेश की नदियाँ

देश और दुनिया   नदियों का देश : बांग्लादेश    आपको यह जानकर हैरानी होगी कि बांग्लादेश भले ही एक छोटा सा देश है जो केवल 1,48,460 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला है परन्तु वहां पर दुनिया की सर्वाधिक नदियां बहती हैं। अर्थात वहां ज़मीन का बहुत सारा हिस्सा नदियों से ढका हुआ है। वैसे तो इस देश में कुल मिलकर कितनी नदियां है इस बात पर विशेषज्ञों में मतभेद है। जैसे, हाल में किये गए सर्वेक्षण के अनुसार कुछ का मानना है कि वहां 310 नदियां बहती हैं। दूसरी ओर अन्य विशेषज्ञों के अनुसार वहां 405 नदियां बहती हैं। यदि इतिहास को टटोला जाये तो वहां पर 700 से अधिक नदियों के बहने का उल्लेख किया गया है। नदियों की कुल संख्या को लेकर जो एक और बात गौर करने वाली है वह यह कि कहीं पर एक ही नदी के अलग-अलग जगह पर अलग-अलग नाम हैं और उसकी गिनती अलग-अलग नदी के रूप में ही की गयी है। मतलब कि नदियों की कुल संख्या की सूची में एक ही नदी अलग-अलग नाम से कई बार शामिल हुई है। संख्या चाहे जो भी हो 300, 400 या फिर 700, उस देश के क्षेत्रफ़ल के हिसाब से तो बहुत ज्यादा है। परन्तु दुःख की बात यह है कि बदलते समय के साथ इनमें से कई नदियों